पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• पà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€ हमारे à¤à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ मितà¥à¤° शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£à¤•à¤¾à¤¨à¥à¤¤ वैदिक जी
Author
Manmohan Kumar AryaDate
23-Mar-2016Category
à¤à¤¾à¤·à¤£Language
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UmeshUpload Date
28-Mar-2016Download PDF
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देहरादून में हमारे à¤à¤• पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• पà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€ à¤à¤¸à¥‡ मितà¥à¤° हैं जिनका अपना निजी पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• संगà¥à¤°à¤¹ देहरादून में सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• हो सकता है। आप राजकीय सेवा में उचà¥à¤š पदसà¥à¤¥ रहे और समà¥à¤ªà¥à¤°à¤¤à¤¿ सेवा निवृतà¥à¤¤ हैं। सेवाकाल में ही आपने संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ किया और गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² कांगड़ी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° से सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤•à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° की उपाधि सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ पदक सहित पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की। आप इस समय अथरà¥à¤µà¤µà¥‡à¤¦ के अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त à¤à¤• विषय पर पी.à¤à¤š-डी. कर रहे हैं जो कि à¤à¤• वरà¥à¤· में पूरी होने की समà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ है। आप नियमित सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯ करते हैं और इसके साथ देहरादून के à¤à¤• वैदिक साधन आशà¥à¤°à¤® तपोवन, देहरादून नà¥à¤¯à¤¾à¤¸ से पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ मासिक पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ "पवमान" के मà¥à¤–à¥à¤¯ समà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤• à¤à¥€ हैं। आपने कमà¥à¤ªà¥à¤¯à¥‚टर पर कारà¥à¤¯ करना सीखा हà¥à¤† है और आप हिनà¥à¤¦à¥€ में अचà¥à¤›à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° टंकण आदि कर लेते हैं। हिनà¥à¤¦à¥€, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ व अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ तो आप जानते ही हैं, à¤à¤• मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® उरà¥à¤¦à¥‚ शिकà¥à¤·à¤• से घर पर ही उरà¥à¤¦à¥‚ का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ à¤à¥€ कर रहे हैं। सनॠ2015 के ऋषि बोधोतà¥à¤¸à¤µ में आप हमारे साथ टंकारा गये थे। वहां आपने गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤à¥€ पढ़ने की योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की थी। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में अनà¥à¤¯ कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ आप देहरादून के पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² पौंधा में बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ पढ़ाते हैं और वहीं आचारà¥à¤¯ डा. यजà¥à¤žà¤µà¥€à¤° जी से सांखà¥à¤¯ दरà¥à¤¶à¤¨ à¤à¥€ पढ़ते हैं। गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² पौंधा आपके निवास से लगà¤à¤— 20 किमी. की दूरी पर है। इस माह गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² à¤à¤œà¥à¤œà¤° के वारà¥à¤·à¤¿à¤•à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤µ में à¤à¥€ आप गये थे। आज आपसे मिलने पर पता चला कि आप मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ में आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ सानà¥à¤¤à¤¾à¤•à¥à¤°à¥‚ज (पशà¥à¤šà¤¿à¤®) में आयोजित जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· विषयक समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में जाने की तैयारी à¤à¥€ कर रहे हैं।
इन पंकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को लिखे जाने का मà¥à¤–à¥à¤¯ उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ व पाठकों को आपका पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¥‡à¤® दरà¥à¤¶à¤¾à¤¨à¤¾ है। आपके पास पद-वाकà¥à¤¯-पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£à¤œà¥à¤ž पंडित बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¦à¤¤à¥à¤¤ जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¥ जी का महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ के यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ पर लिखा गया विवरण गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ का दूसरा à¤à¤¾à¤— नहीं था। चरà¥à¤šà¤¾ करने पर हमने आपको बताया कि वह à¤à¤¾à¤— हमारे पास है। आपने हमसे वह à¤à¤¾à¤— लिया और अपने à¤à¤• सहयोगी शà¥à¤°à¥€ पंकज जी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उसकी पीडीà¤à¤« तैयार कराने सहित 600 पृषà¥à¤ ों की उस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• का à¤4 आकर में पà¥à¤°à¤¿à¤‚ट करवाया और उसकी à¤à¤µà¥à¤¯ बाइडिंग à¤à¥€ करवाई। इस पर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने 2,100 रूपये वà¥à¤¯à¤¯ किये। हम सनॠ1971 में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ इस 16 रूपये की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•, जो कà¤à¥€ हमने 50 रूपये की खरीदी थी, उस पर 2100 रूपये वà¥à¤¯à¤¯ करने की घटना को उनका पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• पà¥à¤°à¥‡à¤® व पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ का दीवानापन मानते हैं। हो सकता है कि आप à¤à¥€ हमसे सहमत हों। हम आशा करते हैं कि हमारे आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के बनà¥à¤§à¥ इस घटना से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ गà¥à¤°à¤¹à¤£ कर सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• संगà¥à¤°à¤¹ की शिकà¥à¤·à¤¾ लेंगे। यह कहावत नहीं अपितॠवासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤•à¤¤à¤¾ है कि पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• हमारी बौदà¥à¤§à¤¿à¤• व अनà¥à¤¯ सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ में मà¥à¤–à¥à¤¯ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¤à¥€ हैं।
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